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भारत के अन्तर -राज्य और सीमापार के स्थानांतरणों से जुडी समश्याओ की चर्चा कीजिये और उन समश्याओ से उबरने की नीतियाँ और उपायों को सुझाइये।

  प्रश्न। 

भारत के अन्तर -राज्य और सीमापार के स्थानांतरणों से जुडी समश्याओ की चर्चा कीजिये और उन समश्याओ से उबरने की नीतियाँ और उपायों को सुझाइये। ( 63rd BPSC, 2019)

उत्तर। 

भारत में क्षेत्रीय असंतुलन के विकास के कारण, देश का कुछ हिस्सा अच्छे आर्थिक अवसर प्रदान करता है और देश के अन्य हिस्से में बुनियादी अवसरों का अभाव है, जिसके कारण लोग अच्छी जिंदगी तथा अच्छी आर्थिक अवसर के लिए बेहतर स्थानों पर प्रवास करते है। बेहतर अवसर के लिए यदि लोगो का प्रवास एक राज्य से दूसरे राज्य में होता है तो उसे अन्तर -राज्य स्थान्तरण कहते है और यदि प्रवास भारत से दूसरे देश में होता है तो उसे सीमापार स्थान्तरण बोलते है।

अंतर्राज्यीय और सीमापार प्रवास से जुड़ी समस्याएं निम्नलिखित हैं:

  • प्रवासियों को कार्यस्थल पर काफी ज्यादा संघर्ष का सामना करना पड़ता है जैसे की समय पर उनको भुगतान नहीं मिलता है , उनका दुरुपयोग का समना करना पड़ता है ।
  • गंतव्य क्षेत्र सुबिधाओ की कमी से मलिन बस्तियों का विकास होता है।
  • चयनात्मक आयु और कौशल के बहिर्गमन से स्रोत और गंतव्य दोनों क्षेत्रों की जनसांख्यिकीय संरचना का असंतुलन होता है।
  • गंतव्य क्षेत्र में सामाजिक सुरक्षा और स्वास्थ्य की कमी से सामाजिक बहिष्कार की भावना पैदा होती है, जिसके परिणामस्वरूप अपराध, नशीली दवाओं के दुरुपयोग आदि में वृद्धि होती है।
  • भीड़भाड़ से प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक दोहन होता है, जिसके परिणामस्वरूप शहरों को पानी की कमी, हवा और पानी की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
  • सीमा पार प्रवास के लिए लोगों को वीजा और पासवर्ड आसानी से नहीं मिलते है।  जांच रिपोर्ट सही देने के लिए पुलिस रिश्वत लेती है। भारत से विदेश में प्रवास की सुविधा के लिए बिचौलिए हैं जो अक्सर गलत जानकारी देते हैं और प्रवासियों को नौकरी, वेतन, अनुबंध की अवधि की सही जानकारिया नहीं देते हैं।
  • विशेष रूप से मजदूरों और अकुशल श्रमिकों के लिए गंतव्य देश के बारे में कौशल और बुनियादी ज्ञान की कमी होती है जिससे उनके काम के बदले उतनी बेतन  नहीं मिलती है ।


समश्याओ से उबरने की नीतियाँ और उपाय:

  • ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने और कुटीर उद्योगों को सशक्त बनाने की जरुरत है जिससे की गाँव  से शहर की ओर  अनावश्यक प्रवास को रोका जा सके। पंचायतों में  कौशल, डिजाइन और प्रौद्योगिकी प्रदान करने के की जरुरत है जिससे वह रोजगार के प्रयाप्त अवसर प्रदान किये जा सके। 
  • दीन दयाल अंत्योदय योजना और महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने में काम कर रही हैं इसको और सशक्त बनाने की जरुरत है ।
  • शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे का विकास:
  • स्मार्ट विलेज और स्मार्ट सिटी बुनियादी ढांचे के विकास पे काम कर रही हैं इसको और आगे ले जाने की जरुरत है ।
  • अनियोजित प्रवास को चेक करने की जरुरत है जिससे कि गंतव्य स्थान पर प्राकितिक  संसाधनों के दोहन पर अंकुश लगा सके। 

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