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सर चार्ज एयरी तथा ए. प्राट के संतुलन संकल्पनाओं की तुलना कीजिए। | UPPSC 2019 Geography optional geography

 प्रश्न। 

सर चार्ज एयरी तथा ए.  प्राट के संतुलन संकल्पनाओं की तुलना कीजिए। (UPPSC 2019)

उत्तर। 

भू संतुलन या समस्थिति की अवधारणा हमें यह बताती है कि हमारी पृथ्वी की  पर्पटी पर उपस्थित प्रमुख भू-आकृतियाँ जैसे पहाड़, पठार, पहाड़ियाँ आदि घूमती हुई पृथ्वी के ऊपरी मेंटल (एस्टेनोस्फीयर) पर कैसे स्थिर हैं।

  • पर्पटी की एस्टेनोस्फीयर पर स्थिरता उत्प्लावन बल और गुरुत्वाकर्षण बल के बीच के अंतर से तय होती है। उत्प्लावन बल ऊपरी बल है जो एस्थेनोस्फीयर से क्रस्ट की ओर काम करता है जो क्रस्ट को तैरता बनाता है।
  • गुरुत्वाकर्षण बल क्रस्ट से एस्थेनोस्फीयर की ओर लगता है जो डूबने की कोशिश करता हैं ।

भू संतुलन या समस्थिति पर दो प्रमुख विचार हैं- सर जॉर्ज एयरी और प्राट , भू संतुलन या समस्थिति के बारे में सर जॉर्ज एयरी ​​और ए प्राट की अवधारणाओं की तुलना निम्नलिखित हैं:

  • एयरी का मानना ​​​​था कि हर जगह क्रस्ट का घनत्व समान है - मैदान, पहाड़ और समुद्री क्रस्ट; जबकि प्राट का मानना ​​​​था कि क्रस्ट का घनत्व एक समान नहीं है, सबसे अधिक घनत्व समुद्री क्रस्ट में और सबसे कम पहाड़ी क्षेत्रों में पाया जाता है।
  • एयरी के अनुसार, जहाँ धरातल पर ऊंचे भू आकृति जैसे पर्वत या पठार है वहाँ पर स्थलमंडल की गहराई भी ज्यादा होगी और पर्वतो के निचला हिस्सा ( जड़ की तरह) एस्थेनोस्फीयर के निचे अधिक गहराई तक घुसा होता है जब जाके वहां पर संतुलन स्थापित होता हैं। जबकि प्रैट का मानना ​​​​था कि पहाड़ों, पठारों, मैदानों आदि की जड़ एक समान होती है और प्राट का मानना है की पर्वत कम घनत्व वाले पदार्थ से बने होते है इसलिए संतुलन के लिए बहुत अधिक गहराई की जरुरत नहीं होती हैं ।
  • एयरी की भू संतुलन की अवधारणा तैयार का नियम के आधार पर काम करती हैं, जबकि प्राट की भू संतुलन अवधारणा समान गहराई के स्तर पर आधारित है।
  • हिमालयी क्षेत्र के संतुलन के संदर्भ में एयरी की अवधारणा व्यावहारिक नहीं लगती है, क्योंकि यायारी के अनुसार हिमालय की संतुलन के लिए एस्थेनोस्फीयर  में इसकी गहराई  लगभग से 80 से 100 किमी नीचे होनी चाहिए जो संभव नहीं है, क्योकि इतनी गहराई पर सामग्री तरल रूपों में होती है ; प्राट की भू संतुलन की अवधारणा अधिक व्यावहारिक प्रतीत हो रही है क्योंकि इनके सानुसार सभी स्थानों में क्रस्ट की जड़ समान होती है।

नीचे की छवि भी भू संतुलन पर एयरी और प्राट की अवधारणा के बीच अंतर को अंकित करती है।

सर चार्ज एयरी तथा ए.  प्राट के संतुलन संकल्पनाओं की तुलना

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