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गंदी बस्तियों के निवासियों के बच्चे स्कूली शिक्षा से वंचित क्यों रह जाते हैं?

 प्रश्न। 

 गंदी बस्तियों के निवासियों के बच्चे स्कूली शिक्षा से वंचित क्यों रह जाते हैं?

( NCERT class 12, अध्याय 12:  भौगोलिक परिप्रेक्ष्य में चयनित कुछ मुद्दे एवं समस्याएं  , भारत लोग और अर्थव्यवस्था)

उत्तर। 

झुग्गी (गन्दी ) बस्तियाँ एक प्रकार की शहरी बस्तियाँ हैं जो शहरी क्षेत्र के पर्यावरणीय रूप से कमजोर क्षेत्रों जैसे में बसते हैं और झुग्गी (गन्दी ) बस्ति के घर झोंपड़ी से बने होते हैं।

धारावी (मुंबई ) झुग्गी (गन्दी ) बस्ति एशिया की विशालतम बस्ती हैं। 

गंदी बस्तियों में अनेक परेशानिया है उनमे से एक है वहा रहने वाले बच्चे स्कूली शिक्षा से वंचित होते है। 

झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों के बच्चे निम्न कारणों से स्कूली शिक्षा से वंचित होते हैं:

झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों को बहुत कम कमाते है। वे ज्यादातर असंगठित क्षेत्रों में मजदूरी के काम करते हैं। उनके पास इतना पैसा नहीं होता है जिससे वे अपने बच्चों को स्कूल भेज पाए। 

झुग्गी-झोपड़ी में सरकार की ओर से शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं का अभाव होता है और होता भी है तो उसकी क्षमता अच्छी नहीं होती हैं। 

झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों के अधिकांश बच्चे परिवार की आय के पूरक के लिए काम करते हैं।

झुग्गी-झोपड़ी के वातावरण अस्वच्छ होता है तथा पिने के लिए साफ जल की कमी तथा खुला शौचालयों होने के कारण अधिकांश बच्चे बीमारी के शिकार होते हैं और नियमित रूप से शिक्षा ग्रहण नहीं कर पाते हैं।

इसलिए, झुग्गी-झोपड़ी में रहने वालों के परिवारों की कम आय और अस्वच्छ वातावरण के कारण झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले बच्चों को स्कूली शिक्षा से वंचित होना पड़ता है।

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