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"रुण्डित पर्वत स्कन्ध" क्या है? ये कहां और कैसे बनते हैं?

 प्रश्न: "रुण्डित पर्वत स्कन्ध" क्या है? ये कहां और कैसे बनते हैं?

(UPSC भूगोल वैकल्पिक, 2024; NCERT Class XI-Geography-Chapter 6)

परिभाषा:

रुण्डित पर्वत स्कन्ध (Truncated Spurs) वे तीव्र व चट्टानी पर्वत की धारें होती हैं जो किसी यू-आकार की हिमानी घाटी के किनारे स्थित होती हैं। ये उस स्थिति में बनते हैं जब अंतरलिप्त स्कन्धों को गतिशील हिमानी (glacier) अपनी घर्षण और प्लकिंग प्रक्रिया से काट देती है।


कैसे बनते हैं?

  1. मूलतः, अंतरलिप्त स्कन्ध (interlocking spurs) नदी घाटियों में पाई जाती हैं जहाँ नदी उन्हें पार करते हुए ज़िगज़ैग मार्ग अपनाती है।

  2. जब हिमानी ऐसी घाटी में प्रवेश करती है, तो वह अत्यधिक शक्ति के साथ सीधे मार्ग से बहती है।

  3. हिमानी इन स्कन्धों को पार करने के बजाय उन्हें काट देती है, जिससे उनके सिरे तेज़ी से कट जाते हैं और सीधी, खड़ी चट्टानों में बदल जाते हैं।

  4. इस प्रकार जो धारें बनती हैं, वे ही रुण्डित स्कन्ध कहलाती हैं।


कहां पाए जाते हैं?

  • ये सामान्यतः यू-आकार की हिमानी घाटियों में मिलते हैं।

  • आल्प्स, हिमालय, रॉकी पर्वत, अलास्का और साइबेरिया जैसे क्षेत्रों में प्रमुख रूप से देखे जाते हैं।


रुण्डित पर्वत स्कन्ध

महत्व:

  • ये हिमानी भू-आकृतिविज्ञान (glacial geomorphology) के अध्ययन में सहायक होते हैं।

  • अतीत की हिमानी क्रियाओं और भू-परिवर्तन की जानकारी प्रदान करते हैं।

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