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करुणा (Compassion), सहानुभूति (Sympathy), सहानुभूति/संवेदना (Empathy), और उदासीनता (Apathy) पर आधारित 5 बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs) — UPSC GS पेपर IV (नैतिकता)

 1. लोक सेवा में संवेदना (Empathy) को सबसे सही रूप में कैसे परिभाषित किया जा सकता है?

क) किसी अन्य व्यक्ति की भावनाओं को समझना और साझा करना

ख)  दूसरों की भावनाओं की अनदेखी करना

ग) किसी की पीड़ा पर दुखी महसूस करना 

घ ) ज़रूरतमंद को आर्थिक सहायता देना


उत्तर: क)  किसी अन्य व्यक्ति की भावनाओं को समझना और साझा करना

 व्याख्या: संवेदना (Empathy) का अर्थ है — स्वयं को दूसरे के स्थान पर रखकर उसकी भावना को महसूस करना। यह प्रशासन में मानवीय दृष्टिकोण को बढ़ाता है।



 2. करुणा (Compassion) और सहानुभूति (Sympathy) में मुख्य अंतर क्या है?

क) करुणा निष्क्रिय होती है; सहानुभूति क्रियाशील होती है

ख)  सहानुभूति में मदद शामिल होती है; करुणा में नहीं

ग) करुणा में सहायता की इच्छा होती है; सहानुभूति केवल दुःख महसूस करती है

घ ) दोनों एक जैसे हैं


उत्तर: ग) करुणा में सहायता की इच्छा होती है; सहानुभूति केवल दुःख महसूस करती है

व्याख्या: सहानुभूति केवल भावनात्मक प्रतिक्रिया है, जबकि करुणा में कार्य करने की भावना भी होती है। यह "संवेदना + कार्य" का रूप है।



 3. प्रशासन में उदासीनता (Apathy) का सबसे उपयुक्त उदाहरण कौन-सा है?

क) अधिकारी नागरिक की समस्या समझने की कोशिश करता है लेकिन सहायता नहीं कर पाता

ख) अधिकारी गरीब की परेशानी पर दुख प्रकट करता है

ग) अधिकारी शिकायतों की अनदेखी करता है और चिंता नहीं दिखाता

घ ) अधिकारी ध्यानपूर्वक सुनता है लेकिन नियमों का पालन करता है


उत्तर: ग) अधिकारी शिकायतों की अनदेखी करता है और चिंता नहीं दिखाता

 व्याख्या: उदासीनता का अर्थ है — भावनाओं या समस्याओं के प्रति पूरी तरह से लापरवाह होना, जो प्रशासन में संवेदनहीनता को दर्शाता है।



 4. संवेदना (Empathy) को सार्वजनिक नीति निर्माण में क्यों महत्वपूर्ण माना जाता है?

क) यह भावनात्मक निर्णयों से बचाता है

ख) यह केवल तकनीकी समाधान सुनिश्चित करता है

ग) यह परामर्श की आवश्यकता को समाप्त करता है

घ ) यह लोगों की ज़रूरतों के अनुसार संवेदनशील नीतियाँ बनाने में मदद करता है


उत्तर: घ ) यह लोगों की ज़रूरतों के अनुसार संवेदनशील नीतियाँ बनाने में मदद करता है

 व्याख्या: Empathy की सहायता से नीति निर्माता जनता की समस्याओं को समझकर उनके अनुकूल निर्णय ले सकते हैं, विशेषकर वंचित वर्ग के लिए।



 5. संकट की स्थिति में नैतिक निर्णय लेने के लिए सबसे प्रभावी भावनात्मक प्रतिक्रिया कौन-सी होती है?

क)  उदासीनता

ख) सहानुभूति

ग) निरपेक्षता

घ )  करुणा


उत्तर: घ ) करुणा

व्याख्या: करुणा केवल भावना नहीं, बल्कि सकारात्मक कार्य करने की प्रेरणा भी देती है। यह संकट में मानवतावादी निर्णयों को प्रोत्साहित करती है।

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