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मृदा उत्पत्ति में लिप्त घटकों और मृदा के जागतिक वितरण में उनकी भूमिका की चर्चा कीजिये

  सवाल 

मृदा उत्पत्ति में लिप्त घटकों और मृदा के जागतिक वितरण में उनकी भूमिका की चर्चा कीजिये | ( 64th BPSC, 2019)

उत्तर 

भूपर्पटी का सबसे ऊपरी भाग ढीले अपक्षयित पदार्थों से बना है, इन ढीले अपक्षय पदार्थों को मिट्टी कहा जाता है। मृदा वायुमंडल, जलमंडल, स्थलमंडल और जीवमंडल की  परस्पर क्रिया का परिणाम है।

मृदा निर्माण में निम्नलिखित पाँच घटको शामिल हैं:

  • मूल शैल 
  • उच्चावच 
  • जलवायु
  • जैविक गतिविधियाँ
  • समय

मूल शैल :

मिट्टी का निर्माण मूल चट्टानों के अपक्षय से शुरू होता है। मिट्टी अपने रासायनिक और भौतिक विशेषताएं पीएच मान, रंग, मिट्टी की बनावट, मिट्टी की संरचना, मिट्टी की सरंध्रता और पारगम्यता आदि  सब मूल चट्टान जिससे वह अपक्षयित हुई है उसी से प्राप्त करती है।

उच्चावच:

मैदानी सतह पर, मिट्टी आमतौर पर मोटी होती है क्योकि वहा मिट्टी में कटाव कम होता है । पर्वतो या ढलान पर मिट्टी बहुत पतली होती है ।

जलवायु:

तापमान और वर्षा जलवायु के दो सक्रिय कारक हैं जो मिट्टी के निर्माण की प्रक्रियाओं जैसे अपक्षय, कटाव और परिवहन में मदद करते हैं।

उच्च तापमान और उच्च वर्षा वाले क्षेत्र में अपक्षय, जैविक और अपरदन गतिविधियों अधिक होती है | 

उदाहरण के लिए,

  • उच्च तापमान और वर्षा के कारण भूमध्यरेखीय क्षेत्र में एक बहुत मोटी अपक्षयित मिटटी होती है ।
  • इसी तरह वर्षा और तापमान के अपर्याप्त उपश्थिति के कारण रेगिस्तानी और ध्रुवीय क्षेत्रों में मिट्टी आमतौर पर पतली होती है।

जैविक गतिविधियाँ:

वनस्पति और जानवर अपने दैनिक क्रिया में अम्ल छोड़ते हैं जो रासायनिक अपक्षय को बढ़ाते हैं। वनस्पति और जीव, दोनों ही मिट्टी के निर्माण के लिए योगदान देते हैं।

समय:

समय के साथ मिट्टी के प्रोफाइल (मोटाई) के बढ़ती जाती है।

उदाहरण के लिए,

  • नव विकसित भू-आकृतियों में बहुत पतली मिट्टी पाई जाती है।
  • पुरानी भू-आकृतियों में मोटी मिट्टी पाई जाती है।


मिट्टी के वैश्विक वितरण में मिट्टी बनाने वाले कारकों की भूमिका:

role in the global distribution of soils

image source: NCERT

मुख्य रूप से जलवायु मिट्टी के निर्माण और वैश्विक वितरण में सक्रिय भूमिका निभाती है।

  • भूमध्यरेखीय क्षेत्र में उच्च तापमान और भारी वर्षा की उपस्थिति में लेटराइट मिट्टी विकसित होती है।
  • रेगिस्तानी क्षेत्रों में उच्च तापमान और बहुत कम वर्षा की उपस्थिति में मरुस्थलीय मिट्टी विकसित होती है।
  • भूमध्यसागरीय क्षेत्र में मध्यम तापमान और वर्षा की उपस्थिति में चेस्टनट मिट्टी विकसित होती है।
  • उच्च अक्षांश में भारी वर्षा और कम तापमान की उपस्थिति में कम ह्यूमस सामग्री वाली टैगा मिट्टी विकसित होती है।

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