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उद्गम और गंतव्य स्थान की आयु एवं लिंग संरचना पर ग्रामीण नगरीय प्रवास का क्या प्रभाव पड़ता है?

 प्रश्न। 

 उद्गम और गंतव्य स्थान की आयु एवं लिंग संरचना पर ग्रामीण नगरीय प्रवास का क्या प्रभाव पड़ता है? 

( NCERT class 12, अध्याय-2: प्रवास - प्रकार, कारण , और परिणाम  , भारत लोग और अर्थव्यवस्था)

उत्तर। 

ग्रामीण-शहरी प्रवास धारा में, उद्गम क्षेत्र ग्राम होगा और गंतव्य क्षेत्र शहर होगा। चुकि हमारे देश में ग्रामीण-शहरी प्रवास में मुख्यतः प्रुरुष और कामकाजी लोग  ही प्रवास करते है जिसके कारण उद्गम ( ग्राम ) और गंतव्य( शहर ) स्थान की आयु एवं लिंग संरचना प्रतिकूल और अनुकूल दोनों ही प्रभाव पड़ता है जो निम्नलिखित है :

  • ग्रामीण-शहरी प्रवास में पुरुष की प्रधानता होती हैं, इसकारण से शहरी केंद्रों में अधिक पुरुष और ग्रामीण क्षेत्रों में कम पुरुष होते हैं।
  • आम तौर पर कामकाजी आबादी (15-59 आयु वर्ग) ग्रामीण-शहरी प्रवास धारा में प्रवास करते  है। इसलिए, शहरी केंद्रों में अधिक युवा आबादी होती है , और ग्रामीण क्षेत्रो में वृद्ध , बच्चे, और महिलाओं शेष रह जाती हैं।
  • आयु-लिंग संरचनाओं के संदर्भ में, ग्रामीण में बच्चों, वृद्ध लोगों और महिला की आबादी ज्यादा होती है, और इस विपरीत शहरो में होता है।
  • ग्रामीण-शहरी धाराओं में चयनात्मक आयु और लिंग प्रवास से क्षेत्रीय असंतुलन बढते है।
  • ग्रामीण-शहरी प्रवास से शहरीकरण बढ़ता है और लोगो की जीवन की गुडवत्ता में सुधार आती हैं। 

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