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मानव विकास के चार प्रमुख घटकों के नाम लिखिए।

 प्रश्न। 

मानव विकास के चार प्रमुख घटकों के नाम लिखिए।


( कक्षा 12: मानव भूगोल के मूल सिद्धांत, अध्याय 4 मानव विकास)

उत्तर। 

मानव विकास की अवधारणा महबूब-उल-हक और अमर्त्य सेन द्वारा विकसित की गई थी। मानव विकास लोगों की विकल्पों को बढ़ाता है और उन्हें एक सभ्य जीवन जीने के लिए सक्षम बनाता है।

मानव विकास के चार मुख्य घटक हैं:

  • समता 
  • सतत पोषणीयता 
  • उत्पादकता
  • सशक्तीकरण 

समानता का अर्थ है प्रजाति, जाति, धर्म और सामाजिक-आर्थिक स्थिति के अंतर होने के बावजूद भी सभी को उपलब्ध अवसरों तक समान पहुंच प्रदान करना। भारत में बड़ी संख्या में स्कूल छोड़ने वाले बच्चे सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े समूहों से संबंधित हैं। यह इंगित करता है कि लोगों की पसंद उनकी सामाजिक आर्थिक स्थिति के आधार पर सीमित हो जाती है।


सतत पोषणीयता का अर्थ है समय के साथ भले ही सरकार और समाज बदल जाये लेकिन संसाधनों की उपलब्धता में प्रकमी किसी भी पीढ़ी में नहीं होनी चाहिए। प्राकृतिक संसाधनों, राजनीतिक शक्ति, कॉर्पोरेट प्रशासन आदि जैसे किसी भी संसाधन का दुरुपयोग करने से आने वाली पीढ़ियों के लिए कम अवसर पैदा कर सकता है। उदाहरण के लिए, यदि कोई विशेष समाज लड़कियों की वर्तमान पीढ़ी को शिक्षा प्राप्त करने के अनुमति नहीं देता है, तो वर्तमान पीढ़ी की लड़किया दूसरों से पिछड़े रहेंगे साथ ही युवा होने पे वे अनेक अवसरों से वंचित रह जायेंगे। अतः प्रत्येक पीढ़ी को समान अवसर प्रदान करना मानव विकास का एक घटक हैं।  


उत्पादकता का अर्थ है ज्ञान और स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाकर मानव उत्पादकता में वृद्धि करना। लोग राष्ट्र की वास्तविक संपत्ति हैं क्योंकि यह जनसंख्या ही है जो अन्य संसाधनों का उपयोग करती है। देश अपने लोगों के लिए जाना जाता है, न कि सोने जैसे संसाधनों के लिए। उत्पादक जनसंख्या राष्ट्र को महान बनाती है।


सशक्तिकरण का अर्थ है विकल्प चुनाव करने की स्वतंत्रता/शक्ति होना। सशक्तिकरण स्वतंत्रता और क्षमता बढ़ाने से आता है। सुशासन और जन-केंद्रित नीतियां सशक्तिकरण के उपकरण हैं।

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