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सल्तनत काल के दौरान किए गए बड़े तकनीकी बदलाव क्या थे? उन तकनीकी बदलावों ने भारतीय समाज को कैसे प्रभावित किया था? | UPSC 2023 General Studies Paper 1 Mains PYQ

 प्रश्न। 

सल्तनत काल के दौरान किए गए बड़े तकनीकी बदलाव क्या थे? उन तकनीकी बदलावों ने भारतीय समाज को कैसे प्रभावित किया था? 

(UPSC 2023 General Studies Paper 1 (Main) Exam, Answer in 150 words)

उत्तर। 

भारत में सल्तनत काल (1206-1526 ई.) के दौरान कई तकनीकी बदलाव हुए, जिन्होंने भारतीय समाज पर गहरा और स्थायी प्रभाव डाला।


निम्नलिखित प्रमुख तकनीकी बदलाव हुए और भारतीय समाज पर उनके प्रभाव निम्नलिखित हैं:


फ़ारसी पहिया (साक़िया):

सल्तनत काल में सिंचाई के लिए फ़ारसी पहिया या रहट का प्रचलन किया गया था। इससे जल प्रबंधन में सुधार हुआ, जिससे कृषि उत्पादकता में वृद्धि हुई।


बागवानी:

फ़िरोज़ शाह तुगलक (1351-1388 ई.) ने बागवानी की एक नई पद्धति की शुरुआत की, उन्होंने स्वयं 1000 से अधिक फलों के बगीचे लगाए। इससे फलों और सब्जियों की उत्पादकता में सुधार हुआ।


मेहराब, गुंबद और सराय:

मेहराबों, गुंबदों और सराय (विश्राम गृहों) की शुरूआत ने भारत के वास्तुशिल्प परिदृश्य को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित किया। कुतुब मीनार फ़ारसी शैली की वास्तुकला का एक उदाहरण है। इससे विशिष्ट क्षेत्रीय कला और संस्कृति का विकास हुआ।


चरखा (स्पिनिंग व्हील):

कपड़ा क्षेत्र में चरखा (चरखा) की शुरूआत से कपड़े की गुणवत्ता में सुधार हुआ। इससे खादी उद्योग का विकास हुआ।


कागज और कांच:

मध्य पूर्व एशिया के प्रभाव के कारण कागज और कांच-पुलिसिंग तकनीकों में सुधार हुआ।


शहरीकरण:

दिल्ली में सड़क, कपड़ा और शिल्प उद्योगों और नए शहरों के विकास से शहरीकरण हुआ। यह सांस्कृतिक और राजनीतिक गतिविधियों का एक आदर्श और केंद्र बन गया।


भाषा विकास:

उर्दू भाषा , फ़ारसी, अरबी और स्थानीय बोलियों के मिश्रण के रूप में उभरी।


बारूद और आग्नेयास्त्र:

इस अवधि के दौरान बारूद और आग्नेयास्त्रों की शुरूआत ने सैन्य रणनीतियों को प्रभावित किया। इसने राजनीतिक परिदृश्य को प्रभावित करते हुए युद्ध और सैन्य रणनीति की गतिशीलता को बदल दिया।


संक्षेप में, सल्तनत काल के दौरान शुरू की गई चरखा और फ़ारसी व्हील जैसी नई तकनीकों का समाज पर गहरा और स्थायी प्रभाव पड़ा। इसने भारतीय समाज को नया आकार देने में मदद की, और इसने भारतीय समाज की गतिशीलता और अनुकूलनशीलता को भी प्रतिबिंबित किया।


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