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हमें मानचित्र में प्रतीक चिह्नों और रंगों की आवश्यकता क्यों होती है?

 प्रश्न:

हमें मानचित्र में प्रतीक चिह्नों और रंगों की आवश्यकता क्यों होती है?

(कक्षा 6 -सामाजिक विज्ञान ( भूगोल ), अध्याय 1 - पृथ्वी पर स्थानों की स्थिति, NCERT)

उत्तर:

मानचित्र में स्थान की सीमित जगह होती है, इसलिए उसमें सभी चीज़ों को वास्तविक रूप में दिखाना संभव नहीं होता। ऐसे में प्रतीक चिह्नों और रंगों का प्रयोग करके जानकारी को सरल, संक्षिप्त और स्पष्ट तरीके से प्रस्तुत किया जाता है।

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प्रतीक चिह्नों और रंगों की आवश्यकता के मुख्य कारण:

1. सूचना को सरल बनाना:

  • किसी स्थान पर पहाड़, नदियाँ, सड़कें, रेलवे लाइन आदि को छोटे चिह्नों से दिखाया जाता है, जिससे मानचित्र पढ़ना आसान हो जाता है।

2. स्थान की बचत:

  • सीमित जगह में अधिक जानकारी दिखाने में मदद करते हैं।

3. सार्वभौमिक समझ:

  • इन चिह्नों का अर्थ सभी लोग आसानी से समझ सकते हैं, चाहे वे किसी भी भाषा को बोलते हों।

4. मानकीकरण (Standardization):

  • विशेष चिह्नों और रंगों का उपयोग सभी नक्शों में समान तरीके से होता है।

5. जल्दी पढ़ने और समझने में मदद:

  • रंगों द्वारा पर्वत (भूरा), जल (नीला), मैदान (हरा) आदि को पहचानना आसान होता है।

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निष्कर्ष:

प्रतीक चिह्नों और रंगों से मानचित्र अधिक उपयोगी और व्यावहारिक बन जाते हैं। यह हमें भूगोल की जटिल जानकारियों को सरल और चित्रात्मक रूप में समझने में मदद करते हैं।


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