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महासागर एवं महाद्वीप पृथ्वी पर जीवन को, जिसमें मानव जीवन भी सम्मिलित है, किस प्रकार प्रभावित करते हैं

 

महासागर एवं महाद्वीप पृथ्वी पर जीवन को, जिसमें मानव जीवन भी सम्मिलित है, किस प्रकार प्रभावित करते हैं



प्रश्न:

"महासागर एवं महाद्वीप पृथ्वी पर जीवन को, जिसमें मानव जीवन भी सम्मिलित है, किस प्रकार प्रभावित करते हैं?"

(NCERT कक्षा 6 सामाजिक विज्ञान )

उत्तर:

महासागर और महाद्वीप पृथ्वी के प्राकृतिक भू-आकृतियों (natural features) में शामिल हैं, जो जीवन के अस्तित्व एवं उसके विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये मानव जीवन को निम्नलिखित प्रकार से प्रभावित करते हैं:


1. महासागरों का प्रभाव:


जलवायु पर प्रभाव:

महासागर तापमान को संतुलित रखते हैं। वे गर्मी को अवशोषित कर लेते हैं और धीरे-धीरे छोड़ते हैं, जिससे तटीय क्षेत्रों की जलवायु संतुलित रहती है।


वर्षा का स्रोत:

महासागर वाष्पीकरण (evaporation) के माध्यम से वर्षा का मुख्य स्रोत होते हैं, जिससे कृषि और पेयजल की पूर्ति होती है।


भोजन का स्रोत:

समुद्री जीव जैसे मछलियाँ, झींगे आदि लाखों लोगों के लिए भोजन और आजीविका का स्रोत हैं।


व्यापार और यातायात:

समुद्री मार्गों से विश्व भर में व्यापार होता है। बंदरगाहों से जहाज़ों द्वारा वस्तुओं का आवागमन होता है।


2. महाद्वीपों का प्रभाव:


भू-आकृतिक विविधता:

महाद्वीपों में पर्वत, मैदान, पठार आदि भिन्न-भिन्न भू-आकृतियाँ पाई जाती हैं, जो जलवायु, कृषि और निवास को प्रभावित करती हैं।


खनिज एवं संसाधन:

महाद्वीपों में विभिन्न प्रकार के खनिज, जल स्रोत, वन, मिट्टी आदि पाए जाते हैं, जो मानव विकास के लिए आवश्यक हैं।


संस्कृति और सभ्यता का विकास:

हर महाद्वीप की भौगोलिक स्थिति के अनुसार वहां की जनसंख्या का रहन-सहन, खानपान, वस्त्र आदि प्रभावित होते हैं।


निष्कर्ष:

महासागर और महाद्वीप पृथ्वी पर जीवन के लिए आधारशिला हैं। ये न केवल पर्यावरण को नियंत्रित करते हैं, बल्कि मानव जीवन के हर पहलू — भोजन, पानी, आवास, व्यापार और संस्कृति — को गहराई से प्रभावित करते हैं।

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