Search Post on this Blog

धौलावीरा के जलाशयों की प्रणाली क्या सोच प्रतिबिंबित करती है?

 प्रश्न:

धौलावीरा के जलाशयों की प्रणाली क्या सोच प्रतिबिंबित करती है?

( अध्याय 6 , कक्षा 6, सामाजिक विज्ञान – NEW NCERT)

उत्तर:

धौलावीरा में (गुजरात में कच्छ के रन में) 73 मीटर लंबा सबसे बड़ा जलाशय मिला है।


धौलावीरा में (गुजरात में कच्छ के रन में) में पत्थरों और चट्टान को काटकर कम से कम छह विशाल जलाशयों का निर्माण किया गया था। इनमे से एक 73 मीटर लंबा सबसे बड़ा जलाशय भी है। इनमें से अधिकांश को कुशल जल संचयन और वितरण के लिए भूमिगत नालियों से जोड़ा गया था।


तो हम कह सकते है, धौलावीरा की जलाशयों की प्रणाली अत्यंत विकसित, सुव्यवस्थित और वैज्ञानिक थी,  जिसका प्रमाण निम्न लिखित विशेषता से मिलता है -

1. विशाल जलाशय:

धौलावीरा में भारत का सबसे बड़ा प्राचीन जलाशय पाया गया है।

इसे बड़े-बड़े पत्थरों से बनाया गया था और यह नगर के भीतर स्थित था।


2. वर्षा जल संचयन प्रणाली:

नगर के चारों ओर से बहने वाले वर्षा जल को संग्रह करने के लिए विशेष नालियों और ढलानों का निर्माण किया गया था।

यह पानी जलाशयों तक पहुँचता था।


3.  पत्थरों से बनी मजबूत संरचना:

जलाशयों की दीवारें मजबूत पत्थरों से बनी थीं, ताकि पानी रिसे नहीं और लंबे समय तक संग्रहित रह सके


4. जल का भंडारण और वितरण:

जलाशयों में इकट्ठा पानी को जरूरत के अनुसार विभिन्न भागों में भेजा जाता था — जैसे घरों, स्नानघरों या सार्वजनिक स्थलों तक।


धौलावीरा के जलाशयों की प्रणाली एक उन्नत, दूरदर्शी और पर्यावरण-संवेदनशील सोच को प्रतिबिंबित करती है।


यह प्रणाली निम्न बातों को दर्शाती है:


1. जल संरक्षण की समझ:

धौलावीरा जैसे शुष्क क्षेत्र में पानी की कमी को समझते हुए, वहां के लोग वर्षा जल और प्राकृतिक जल स्रोतों को संग्रह करने की तकनीक जानते थे।


2. वैज्ञानिक नगर योजना:

जलाशयों को नगर के भीतर इस प्रकार बनाया गया था कि बारिश या पहाड़ी क्षेत्रों से आने वाला जल आसानी से उसमें इकट्ठा हो सके — यह स्मार्ट जल प्रबंधन को दर्शाता है।


3. सतत जीवन शैली की सोच:

जलाशय यह दर्शाते हैं कि वहाँ के लोग प्राकृतिक संसाधनों का सदुपयोग और संरक्षण करना जानते थे। यह एक दीर्घकालीन टिकाऊ विकास (sustainable development) की सोच थी।


धौलावीरा की जल प्रबंधन प्रणाली न केवल तकनीकी दक्षता का उदाहरण है, बल्कि यह दर्शाती है कि हड़प्पा सभ्यता के लोग प्राकृतिक संसाधनों के प्रति सजग, संगठित और पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली अपनाते थे।


Previous
Next Post »