1. मुहावरा “होश उड़ जाना” का सही अर्थ क्या है?
क) बहुत ज़्यादा खुश होना
ख) हैरानी होना
ग) बहुत गुस्सा आना
घ) नींद आ जाना
उत्तर: ख) बहुत ज़्यादा डर या हैरानी होना
अर्थ: जब कोई व्यक्ति किसी बात से अचानक बहुत चौंक जाए या डर जाए, तो कहते हैं —
“उसके होश उड़ गए।”
उदाहरण: भूकंप आते ही लोगों के होश उड़ गए।
2. “ढाक के वही तीन पात” मुहावरे का सही अर्थ क्या है?
क) हर बार कुछ नया मिलना
ख) मेहनत का अच्छा परिणाम होना
ग) बार-बार वही पुरानी स्थिति रह जाना
घ) कोई काम बहुत जल्दी पूरा हो जाना
उत्तर: ग) बार-बार वही पुरानी स्थिति रह जाना
मुहावरा “ढाक के वही तीन पात” का प्रयोग तब किया जाता है जब किसी काम या स्थिति में बार-बार कोशिश के बावजूद कोई बदलाव नहीं होता और सब कुछ पहले जैसा ही रहता है।
उदाहरण:
कई बार समझाने पर भी वह नहीं बदला -ढाक के वही तीन पात!
3. “सूर्य को दिया दिखाना” मुहावरे का सही अर्थ क्या है?
क) किसी योग्य व्यक्ति की प्रशंसा करना
ख) बहुत अँधेरे में दीप जलाना
ग) किसी ज्ञानी व्यक्ति को ज्ञान सिखाने की कोशिश करना
घ) सुबह-सुबह सूर्य की पूजा करना
उत्तर: ग) किसी ज्ञानी या महान व्यक्ति को ज्ञान सिखाने की कोशिश करना
मुहावरा “सूर्य को दिया दिखाना” का प्रयोग तब किया जाता है जब कोई व्यक्ति उससे अधिक ज्ञानी या योग्य व्यक्ति को कुछ सिखाने या समझाने की कोशिश करता है — जो व्यर्थ होता है।
गुरुजी को पढ़ाने की कोशिश करना तो सूर्य को दिया दिखाने जैसा है।
4. “कंगाली में आटा गीला होना” मुहावरे का सही अर्थ क्या है?
क) ज़रूरत से ज़्यादा आटा गूंथ लेना
ख) खाना पकाते समय गलती कर देना
ग) बारिश में आटा गीला हो जाना
घ) पहले से ही मुश्किल में होना और ऊपर से नई मुसीबत आ जाना
उत्तर: घ) पहले से ही मुश्किल में होना और ऊपर से नई मुसीबत आ जाना
मुहावरा “कंगाली में आटा गीला होना” का प्रयोग तब किया जाता है जब पहले से परेशान व्यक्ति पर और कोई नई समस्या आ जाए। उदाहरण:
रवि की नौकरी चली गई और ऊपर से गाड़ी भी खराब हो गई — कंगाली में आटा गीला हो गया।
जब कोई व्यक्ति पहले से आर्थिक या मानसिक परेशानी में होता है और फिर नई दिक्कत आ जाती है,
तो कहा जाता है कि “कंगाली में आटा गीला हो गया
5.“पगड़ी उतारना” मुहावरे का सही अर्थ क्या है?
क) किसी की टोपी या पगड़ी सच में उतार लेना।
ख) अपमान करना
ग) किसी को सम्मान देना।
घ) किसी की मदद करना।
उत्तर: ख) किसी का अपमान करना या उसकी इज़्ज़त घटाना।
मुहावरा “पगड़ी उतारना” का अर्थ है — किसी व्यक्ति की इज़्ज़त या मान-सम्मान को ठेस पहुँचाना।
भारतीय संस्कृति में पगड़ी सम्मान का प्रतीक मानी जाती है।
इसलिए “पगड़ी उतारना” का प्रयोग किसी की बेइज़्ज़ती या मानहानि को व्यक्त करने के लिए किया जाता है।
You may also like:

ConversionConversion EmoticonEmoticon