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प्लेट विवर्तनिकी क्या है ? प्लेट संचलन कैसे भूपटल में बदलाव लाता है ? | 66th BPSC geography Optional Paper Solutions

 प्रश्न। 

प्लेट विवर्तनिकी क्या है ? प्लेट संचलन कैसे भूपटल में बदलाव लाता है ? ( 25 Marks, 66th BPSC geography)

उत्तर। 

प्लेट विवर्तनिकी एक सिद्धांत है जो बाहरी स्थलमंडल की गतिशीलता की व्याख्या करता है और यह महाद्वीपों और महासागरों की वर्तमान स्थिति और उनपे स्थित विभिन्न भू-आकृतियों जैसे पहाड़ों, मैदानों, घाटियों आदि के स्थान और उसके  विकास की व्याख्या करता है। 

1967 में, प्लेट विवर्तनिकी सिद्धांत मैकेंज़ी, पार्कर, और मॉर्गन द्वारा विकसित किया गया था।

प्लेट विवर्तनिकी सिद्धांत के अनुसार:

  • पृथ्वी का स्थलमंडल [पर्पटी + मैंटल के सबसे ऊपरी परत ] कई बड़ी और कई छोटी प्लेटों में विभाजित है। इन्हें विभाजित भाग को प्लेट कहा जाता है।
  • यदि प्लेटों का अधिकांश भाग महाद्वीपों द्वारा निर्मित है, तो इसे महाद्वीपीय प्लेट कहा जाता है अन्यथा इसे महासागरीय प्लेट कहा जाता है।
  • महासागरीय प्लेटें महाद्वीपीय प्लेटों की तुलना में भारी और उथली होती हैं।
  • मैंटल के नीचले परत के अंदर पिघला हुआ मैग्मा एक गोलाकार गति में चलता है और कई संवहन सेल बनाते है। ये संवहन सेल टेक्टोनिक प्लेटों की गति का कारण बनती हैं।


पृथ्वी की भूपटल में बदलाव दो बलों द्वारा परिवर्तित हो जाती है:

  • अंतर्जात बल
  • बहिर्जात बल

प्लेट टेक्टोनिक सिद्धांत पृथ्वी की पपड़ी पर अंतर्जात बलों के प्रभाव और प्लेट संचलन के कारण पृथ्वी की भूपटल के परिवर्तन की व्याख्या करता है।

What is plate tectonics

निम्नलिखित तरीके से प्लेट्स की गति पृथ्वी की भूपटल में बदलाव लाती हैं:

  • हिमालय पर्वत भारतीय और एशिया प्लेटों की अभिसरण सीमा पर बनी हैं। 
  • इसी तरह अन्य वलिय पर्वतों का निर्माण या तो दो महाद्वीपीय प्लेटों के अभिसरण या महाद्वीपीय और महासागरीय प्लेटों के अभिसरण से होता है। एंडीज और रॉकीज पर्वत महासागर और महाद्वीपीय अभिसरण के सीमा पर बने हैं।
  • ज्वालामुखी द्वीप का निर्माण महासागर और महाद्वीपीय प्लेटों के अभिसरण सीमा पर महाद्वीप पर बनती है।
  • गर्त का निर्माण महासागर में होती है , और यह  महासागरीय और महाद्वीपीय प्लेट के अभिसरण सीमा तथा महासागर और महासागर अभिसरण की सीमा पर बनती हैं। गर्त भारी प्लेट के हल्के प्लेट के नीचे जाने पर बनती है।
  • दो महासागरीय प्लेटों की अपसरण सीमा महासागरीय कटक बनते हैं। उदाहरण के लिए ,अटलांटिक महासागर में मध्य अटलांटिक कटक इसका उदाहरण हैं।
  • ज्वालामुखी पर्वत या द्वीप चाप दो महासागरीय प्लेटों के अभिसरण या महासागर और महाद्वीपीय क्षेत्रों के अभिसरण पर बनते हैं।
  • प्लेटों के अपसरण के कारण दो महाद्वीपों या महाद्वीपों और महासागरीय, या दो महासागरों के बीच की दूरी बढ़ रही है। इसी प्रकार दो प्लेटों के अभिसरण के कारण प्लेटों की बिच दुरी घट रही है।

उदाहरण के लिए,

  • सोमालिया और भारत के बीच दूरियां कम हो रही हैं।
  • अटलांटिक महासागर फैल रहा है और यूरोप और अमेरिका के बीच दूरियां बढ़ रही हैं।
  • इसी तरह प्रशांत महासागर सिकुड़ रहा है।


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