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भारत के विभिन्न मौसमो के नाम लिखिए। | कक्षा 6-पृथ्वी हमारा आवास (भूगोल) , सामाजिक विज्ञान

  प्रश्न। 

भारत के विभिन्न मौसमो के नाम लिखिए।

( अध्याय 8: भारत: जलवायु, वनस्पति तथा वन्य प्राणी  , कक्षा 6-पृथ्वी हमारा आवास (भूगोल) , सामाजिक विज्ञान )

उत्तर। 

मौसम ( ऋतुओं) में परिवर्तन पृथ्वी की झुके हुए कोण पर परिक्रमण गति के कारण होता है। भूमध्य रेखा के पास मौसम में शायद ही कोई बदलाव होता है। लेकिन भारत भूमध्य रेखा के उत्तर में स्थित है और कर्क रेखा (23.5 डिग्री उत्तरी अक्षांश) भारत के लगभग मध्य से गुजरती है, इसीलिए भारत में विभिन्न मौसम ( ऋतुओं) की उपस्थिति रहती है।


उत्तरी भारत में मुख्यतः निम्नलिखित चार मौसम होती हैं-

  • शरद ( सर्दी ) मौसम
  • गर्मी मौसम
  • वर्षा मौसम
  • हेमंत ऋतू ( मानसून के लौटने का मौसम )



शरद ( सर्दी ) मौसम (दिसंबर से फरवरी):

इस मौसम में , आम तौर पर ठंडा तापमान, विशेष रूप से उत्तरी भारत में, कुछ क्षेत्रों में ठंढ और बर्फबारी का अनुभव होता है।


गर्मी मौसम (मार्च से मई):

गर्मी का मौसम में भीषण गर्मी होता है , विशेष रूप से उत्तरी और मध्य भारत में, तापमान अक्सर 40°C से अधिक हो जाता है। दक्षिणी और तटीय क्षेत्र अपेक्षाकृत ठंडे हैं।

उत्तरी मैदानी इलाकों में गर्मी के मौसम में 'लू' स्थानीय हवाएँ चलती हैं।

 

वर्षा मौसम (जून से सितंबर):

वर्षा ऋतु को दक्षिण पश्चिम मानसून ऋतु के नाम से भी जाना जाता है। जून से सितम्बर तक वर्षा ऋतु होती है।


हेमंत ऋतू ( मानसून के लौटने का मौसम ) (अक्टूबर से नवंबर):

हेमंत ऋतू को लौटते हुए मानसून के मौसम के रूप में भी जाना जाता है। अक्टूबर से नवंबर महीने में होते हैं। तमिलनाडु के तट और आंध्र तट पर इस मौसम में वर्षा होती है।

हेमंत ऋतू के मौसम में, तापमान ठंडा होना शुरू हो जाता है और मानसून के वापस आते ही आर्द्रता का स्तर गिर जाता है। इससे शीत ऋतु के सुखद संक्रमण काल की शुरुआत होती है।


भारत में ये चार ऋतुएँ हैं, हालाँकि अपनी विविध भौगोलिक और जलवायु विशेषताओं के कारण भारत के विभिन्न क्षेत्रों में इनकी तीव्रता और विशेषताओं में भिन्नता होती है।

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