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आज विश्व क्यों सिमटता जा रहा है, कारण बताइए। | कक्षा 7 NCERT - हमारा पर्यावरण (भूगोल) , सामाजिक विज्ञान

    प्रश्न। 

आज विश्व क्यों सिमटता जा रहा है, कारण बताइए। 

( अध्याय 7: मानवीय पर्यावरण: बस्तियाँ, परिवहन, एवं संचार, कक्षा 7-हमारा पर्यावरण (भूगोल) , सामाजिक विज्ञान )

उत्तर।  

आज विश्व सिमटता जा रहा है, ऐसा हमें प्रौद्योगिकी, संचार और परिवहन में प्रगति के कारण लगता है। क्योकि प्रौद्योगिकी, संचार और परिवहन में प्रगति से पृथ्वी के किसी भी छोर में जाना या संपर्क करना बहुत आसान और तेज हो गया।  


ऐसे कई कारण हैं जिससे हमें लगता है कि आज विश्व सिमटता जा रहा है। कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार हैं:



वैश्वीकरण:

सीमाओं के पार वस्तुओं, सेवाओं, पूंजी और सूचना के बढ़ते प्रवाह ने दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं को आपस में जोड़ दिया है। इस वैश्वीकरण ने लोगों के लिए दुनिया के विभिन्न हिस्सों से उत्पादों और विचारों तक पहुंच आसान बना दी है।



तकनीकी:

इंटरनेट और डिजिटल संचार उपकरणों ने लोगों के जुड़ने और जानकारी साझा करने के तरीके में क्रांति ला दी है। सोशल मीडिया, ईमेल, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और इंस्टेंट मैसेजिंग ने वास्तविक समय में कहीं भी, किसी से भी संवाद करना संभव बना दिया है।


हवाई यात्रा:

सस्ती हवाई यात्रा की उपलब्धता ने लोगों के लिए लंबी दूरी की यात्रा को तेज और अधिक सुविधाजनक बना दिया है। इससे अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन, व्यापारिक यात्रा और सांस्कृतिक आदान-प्रदान में वृद्धि हुई है।


परिवहन अवसंरचना:

राजमार्गों, रेलवे और बंदरगाहों सहित बेहतर परिवहन बुनियादी ढांचे ने महाद्वीपों में माल और लोगों की आवाजाही को अधिक कुशलता से सुविधाजनक बनाया है।


सांस्कृतिक विनियमन:

मीडिया और इंटरनेट के माध्यम से विदेशी फिल्मों, संगीत, साहित्य और व्यंजनों तक पहुंच में आसानी ने विविध संस्कृतियों और विचारों की अधिक सराहना में योगदान दिया है।



व्यापार समझौता:

द्विपक्षीय और बहुपक्षीय व्यापार समझौतों ने व्यापार बाधाओं को कम कर दिया है, जिससे देशों के लिए एक दूसरे के साथ व्यापार करना आसान हो गया है। इससे वैश्विक स्तर पर उत्पादों की व्यापक विविधता की उपलब्धता बढ़ गई है।


अंतर्राष्ट्रीय सहयोग:

जलवायु परिवर्तन, सार्वजनिक स्वास्थ्य और सुरक्षा जैसे मुद्दों पर देशों के बीच सहयोग राष्ट्रों की परस्पर संबद्धता और उनकी साझा जिम्मेदारियों पर प्रकाश डालता है।



प्रवास:

काम, शिक्षा और अन्य कारणों से सीमाओं के पार लोगों की आवाजाही ने सांस्कृतिक रूप से अधिक विविध समाजों का निर्माण किया है और वैश्विक जागरूकता में वृद्धि हुई है।



पर्यावरण के प्रति जागरूकता:

जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और संसाधनों की कमी जैसी पर्यावरणीय चुनौतियाँ वैश्विक मुद्दे हैं जो सभी देशों को प्रभावित करते हैं। इससे साझा जिम्मेदारी और सहयोग की भावना को बढ़ावा मिला है।



ये कारक इस धारणा में योगदान करते हैं कि आज की विश्व सिमटता जा रहा है।


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