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बौद्ध मत के कुछ केंद्रीय विचारों को समझाइए। इन पर संक्षिप्‍त टिप्‍पणी लिखि‍ए। | अध्याय 7 भारत की सांस्कृतिक जड़ें , कक्षा 6 सामाजिक विज्ञान NEW NCERT

 प्रश्न। 

बौद्ध मत के कुछ केंद्रीय विचारों को समझाइए। इन पर संक्षिप्‍त टिप्‍पणी लिखि‍ए।

( अध्याय 7  भारत की सांस्कृतिक जड़ें , कक्षा 6 सामाजिक विज्ञान NEW NCERT )

उत्तर। 

बौद्ध मत के संस्थापक सिद्धार्थ गौतम (बुद्ध) थे। उनका जन्म 560 ई. पूर्व , लुम्बिनी ( आज नेपाल ) में हुआ था। उन्होंने वेदों की प्रभुता को अस्वीकार कर मानव दुखों के निवारण हेतु एक सरल और व्यावहारिक मार्ग प्रस्तुत किया। 

उनके कुछ केंद्रीय विचार इस प्रकार हैं —


1. अहिंसा — किसी भी जीव को चोट, हिंसा या नुकसान न पहुँचाना।

2. चार आर्य सत्य —

जीवन में दुख है।

दुख का कारण तृष्णा (इच्छा) और मोह है।

दुख का अंत संभव है।

दुख से मुक्ति का मार्ग अष्टांगिक मार्ग है।

3. अष्टांगिक मार्ग — सही दृष्टि, सही संकल्प, सही वाणी, सही कर्म, सही आजीविका, सही प्रयास, सही स्मृति और सही ध्यान।

4. सरल और अनुशासित जीवन — लालच, मोह और क्रोध से दूर रहना।

5. संघ की स्थापना — भिक्षुओं और भिक्षुणियों का समुदाय, जो उपदेशों का पालन और प्रचार करता था।


बुद्ध के विचार आज भी करुणा, समानता और शांति के संदेश के रूप में प्रासंगिक हैं, जो दुनिया भर में शांति के लिए जरुरी है। 

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