प्रश्न।
यदि आप नचिकेता होते तो आप यम से कौन-से प्रश् न पूछते?
( अध्याय 7 भारत की सांस्कृतिक जड़ें , कक्षा 6 सामाजिक विज्ञान NEW NCERT )
उत्तर।
कठोपनिषद में एक कथा आती है जिसमें नचिकेता नामक बालक के प्रश्न और यमराज के उत्तर वर्णित हैं।
एक यज्ञ के समय नचिकेता के पिता ने क्रोध में कह दिया — "मैं तुम्हें यमराज को दे देता हूँ"। पिता के वचन को सत्य मानकर नचिकेता यमलोक पहुँचा, लेकिन यमराज वहाँ नहीं थे। तीन दिन प्रतीक्षा करने के बाद यमराज आए और नचिकेता की धैर्य व सत्यनिष्ठा से प्रसन्न होकर तीन वर माँगने को कहा।
पहले दो वरों में नचिकेता ने पिता की प्रसन्नता और स्वर्गलोक का ज्ञान माँगा। तीसरे वर में उसने पूछा — "मृत्यु के बाद आत्मा का क्या होता है?"।
यमराज ने पहले टालने का प्रयास किया, लेकिन नचिकेता के आग्रह पर बताया कि आत्मा न जन्म लेती है, न मरती है; वह अमर, अजर और अविनाशी है। यह ज्ञान पाकर नचिकेता मोक्ष के मार्ग को समझ गया।
यदि मैं नचिकेता होता, तो यम से इस प्रकार के प्रश्न पूछता —
क्या आत्मा किसी और शरीर में पुनर्जन्म लेती है या वह सदैव एक ही रूप में रहती है?
जीवन में दुख और सुख क्यों आते हैं?
क्या हमारे कर्म ही हमारे भविष्य का निर्धारण करते हैं?
ब्रह्म और आत्मा का संबंध क्या है?
कृपया मुझे ऐसा ज्ञान दें जिससे मैं जन्म और मृत्यु के चक्र से मुक्त होकर सच्ची शांति और मोक्ष प्राप्त कर सकूँ।
इस प्रकार, मैं यम से आत्मा, कर्म, पुनर्जन्म और मोक्ष के गहरे प्रश्न पूछता, ताकि जीवन के अंतिम सत्य को समझ सकूँ।
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