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जैन मत के कुछ मुख्य विचारों को समझाइए। इन पर संक्षिप्‍त टिप्‍पणी लिखि‍ए।

 प्रश्न। 

जैन मत के कुछ मुख्य विचारों को समझाइए। इन पर संक्षिप्‍त टिप्‍प णी लिखि‍ए।

( अध्याय 7  भारत की सांस्कृतिक जड़ें , कक्षा 6 सामाजिक विज्ञान NEW NCERT )

उत्तर। 

जैन मत के 24वें तीर्थंकर वर्धमान महावीर इसके प्रमुख प्रवर्तक थे। उन्होंने आत्मा की शुद्धि और मोक्ष प्राप्ति के लिए कठोर साधना, सत्य और अहिंसा का मार्ग अपनाने पर बल दिया। 


जैन मत के कुछ मुख्य विचार इस प्रकार हैं —


1. अहिंसा : हमें किसी भी जीव (मनुष्य, पशु या सूक्ष्म जीव) को मारना या चोट पहुँचाना या सताना नहीं चाहिए। अहिंसा को सबसे बड़ा धर्म बताया गया है। 


2. अनेकांतवाद : सत्य के अनेक पहलू होते हैं, और कोई भी एक दृष्टिकोण से किसी विषय/ घटना को पूरी तरह से नहीं समझा जा सकता है। किसी भी विषय/घटना को समझने के लिए उनके अनेक पहलू को समझना पड़ता है। 


3. अपरिग्रह: हमें भौतिक वस्तुओं के प्रति आसक्ति कम करना चाहिए और केवल आवश्यक वस्तुओं का सिमित उपयोग करना चाहिए। 

4. सत्य और संयम: हमें वाणी, विचार और आचरण में सत्यनिष्ठा और आत्मसंयम रखना चाहिए। 

5. जीवों की परस्पर निर्भरता: सभी जीव आपस में जुड़े हुए हैं, इसलिए उनका सम्मान और संरक्षण आवश्यक है।


जैन मत का संदेश करुणा, सह-अस्तित्व और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में आज भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।

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