प्रश्न :
सरकार के तीन अंग कौन-से हैं? उनकी क्या अलग-अलग भूमिकाएँ हैं?
(अध्याय 10 : आधारभूत लोकतंत्र — भाग 1: शासन , कक्षा 6 सामाजिक विज्ञान NEW NCERT )
उत्तर।
सरकार कुछ व्यक्तियों या संस्थाओ का समूह होता है जो शासन के प्रक्रिया को संचालित करने का कार्य करती है।
समाज को सुचारु रूप से चलाने के लिए नियमों और व्यवस्था की आवश्यकता होती है। इन नियमों को बनाना और उनका पालन सुनिश्चित करने की प्रक्रिया को ही “शासन” (Governance) कहते हैं।
सरकार के तीन अंग होते है -
सरकार को सुचारु रूप से चलाने और संतुलन बनाए रखने के लिए इसे तीन मुख्य अंगों में बाँटा गया है —
- विधायिका (Legislature)
- कार्यपालिका (Executive)
- न्यायपालिका (Judiciary)
क) विधायिका (Legislature) की भूमिकाएँ:
विधायिका का गठन जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों से होता है (जैसे संसद – लोकसभा और राज्यसभा, या राज्य स्तर पर विधानसभा)।
विधायिका की मुख्य तीन भूमिकाएँ है -
- जनता की आवश्यकताओं और हितों के अनुसार कानून बनाना।
- पुराने कानूनों में संशोधन करता है।
- यह अप्रासंगिक कानूनों को समाप्त भी कर सकता है।
ख) कार्यपालिका (Executive):
कार्यपालिका में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मंत्रीगण और प्रशासनिक संस्थाएँ (जैसे पुलिस, सरकारी एजेंसियाँ) शामिल होती हैं।
यह सरकार का वह अंग है जो कानूनों को लागू करता है। विधायिका द्वारा बनाए गए कानूनों को सही तरह से लागू करना और देश/राज्य का प्रशासन चलाना भी कार्यपालिका की मुख्य भूमिका है।
ग) न्यायपालिका (Judiciary):
न्यायपालिका में सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court), उच्च न्यायालय (High Court), और जिला न्यायालय (District Court) है।
- न्यायपालिका की भूमिका निम्न लिखित है -
- यह तय करता है कि कानून तोड़ा गया है या नहीं।
- अपराधी को क्या दंड दिया जाए, यह भी न्यायपालिका तय करती है।
- इसके अलावा, यह विधायिका द्वारा बनाए गए कानूनों और कार्यपालिका के निर्णयों की समीक्षा भी करती है, ताकि सबके हित में कार्य हो।
निष्कर्ष:
सरकार के तीन अंग हैं —
विधायिका → कानून बनाती है।
कार्यपालिका → कानून लागू करती है।
न्यायपालिका → कानून का पालन सुनिश्चित करती है और न्याय देती है।
इन तीनों के सामंजस्य और संतुलन से ही लोकतांत्रिक शासन सुचारु रूप से चलता है।
ConversionConversion EmoticonEmoticon