Search Post on this Blog

"हमारी पृथ्वी भू-आकृतिक प्रकियाओं के दो विरोधात्मक वर्गों के खेल का मैदान है," विवेचना कीजिये |

 प्रश्न

 "हमारी पृथ्वी भू-आकृतिक प्रकियाओं के दो विरोधात्मक वर्गों के खेल का मैदान है," विवेचना कीजिये | 

 उत्तर 

हमारी पृथ्वी की भू-आकृति दो विरोधी भू-आकृति प्रक्रियाओं का परिणाम है जो इस प्रकार हैं:

  • अंतर्जात बल
  • बहिर्जात बल

पृथ्वी के धरातल पर पर्वत, पठार, पहाड़ियाँ आदि जैसी ऊँची भू-आकृतियों को हम जो कुछ भी देखते हैं, वह अंतर्जात बल का परिणाम है। निम्नलिखित प्रक्रिया अंतर्जात बलों, ज्वालामुखी, भूकंप, महाद्वीपीय और पर्वत निर्माण प्रक्रियाओं के कारण होती है।

अपक्षय, अपरदन आदि जैसी बहिर्जात शक्तियाँ अंतर्जात बल द्वारा निर्मित ऊँची भूमि को निरूपित या समतल करती हैं। हिर्जात शक्तियाँ ऊंची भूमि को अपक्षय करके बेसिन या निचले क्षेत्रों को भरता है।

तो हम कह सकते हैं कि आंतरिक बल भू-आकृतियों को ऊपर उठाने का काम करता है और बहिर्जात बल भू-आकृतियों को समतल करने का काम करता है ; इसलिए, हमारी पृथ्वी भू-आकृति प्रक्रियाओं के इन दो विरोधी समूहों का खेल का मैदान है।


You may like also:

Previous
Next Post »