"रीना का दिन" कहानी का भावार्थ तथा शिक्षा :
इस कहानी से हमें रीना के बहुत सारे अच्छी आदतें जैसे - समय पर उठना, सफ़ाई रखना, मन लगाकर पढ़ना और परिवार से प्रेम करना अपनानी चाहिए। प्रत्येक बच्चों को रीना से प्रेरणा लेनी चाहिए।
बातचीत के लिए:
1. रीना सुबह अपनी सहेली से मिलने पर क्या कहती है?
उत्तर -
रीना सुबह अपनी सहेली दीपा से मिलने पर “सुप्रभात” कहती है।
2. रीना की दादी रात को सोने से पहले रीना से क्या कहती हैं?
उत्तर -
रीना की दादी रात को सोने से पहले रीना से “शुभ रात्रि” कहती हैं।
3. आप क्या कहकर बड़ों का अभिवादन करते हैं?
उत्तर -
हम बड़ों का अभिवादन “नमस्ते” कहकर करते है।
4. घर पर जब कोई अतिथि आते हैं, तो आप क्या कहकर उनका स्वागत करते हैं?
उत्तर -
घर पर जब कोई अतिथि आते हैं, तो “नमस्ते , बहुत दिन बाद दर्शन दिए " कहकर उनका स्वागत करते है।
5. अगर आपको रास्ते में कोई परिचित जन मिल जाएँ, तो आप क्या कहते हैं?
उत्तर -
अगर हमें रास्ते में कोई परिचित जन मिल जाएँ, तो हम "नमस्ते" या प्रणाम कहते हैं।
खोजें-जानें-
पता कीजिए कि आपके सहपाठियों के घर पर अभिवादन कैसे करते हैं?
उत्तर -
आप अपने सहपाठियों से, घर पर अभिवादन के बारे में पूछेंगे तो पता चलेगा -
कोई “नमस्ते” कहता है।
कोई “राम-राम” या “प्रणाम” कहता है।
कोई पैर छू के अभिवादन करता है।
कुछ बच्चे “गुड मॉर्निंग” या “सुप्रभात” कहते हैं।
अभिनय सहित समझाइए कि आप −
1. मंजन कैसे करते हैं?
2. कैसे नहाते हैं?
3. बाल कैसे बनाते हैं?
4. खाना कैसे खाते हैं?
5. हाथ कैसे धोते हैं?
6. कैसे सोते हैं?
उत्तर -
आप अभिनय सहित इस तरह से समझा सकते है —
(1) मंजन कैसे करते हैं:
दोनों हाथों में दातुन या ब्रश पकड़ें, मुँह की ओर ले जाएँ, ऊपर-नीचे, दाए -बाए घुमाएँ।
बोलें — “इस तरह मैं अपने दाँत साफ करता/करती हूँ।”
(2) कैसे नहाते हैं:
हाथों से पानी छिड़कने की मुद्रा बनाइए, फिर साबुन मलने जैसा अभिनय कीजिए।
बोलें — “मैं रोज़ नहा कर अपने शरीर को स्वच्छ रखता/रखती हूँ।”
(3) बाल कैसे बनाते हैं:
हाथ में कंघी पकड़ने का अभिनय करें और बालों में कंघी करें।
बोलें — “मैं बालों में तेल लगाकर अच्छी तरह कंघी करता/करती हूँ।”
(4) खाना कैसे खाते हैं:
थाली से रोटी/चावल।/पराठा का टुकड़ा उठाने और खाने का अभिनय करें।
बोलें — “मैं हाथ धोकर खाना खाने बैठता/बैठती हूँ और अन्नदाता को धन्यवाद करके खाना खाता/खाती हूँ।”
(5) हाथ कैसे धोते हैं:
दोनों हाथों को आपस में रगड़कर धोने का अभिनय करें।
बोलें — “मैं साबुन से अपने हाथ अच्छी तरह धोता/धोती हूँ।”
(6) कैसे सोते हैं:
आँखें बंद करके सिर को तकिए पर रखने और लेटने का अभिनय करें।
बोलें — “मैं रात को दादी को शुभ रात्रि कहकर जल्दी सो जाता/जाती हूँ।”
खेल-खेल में-
मिट्टी से ‘घर-घर’ खेल की चीज़ें बनाइए, जैसे– चूल्हा , थाली, कटोरी आदि । अब अपने मित्रों के साथ मिलकर ‘घर-घर’ खेलिए।
उत्तर -
1. मिट्टी से घर में उपयोग होने वाले अनेक वस्तुएँ को बना सकते है -जैसे–
चूल्हा – मिट्टी से छोटा गोल या चौकोर चूल्हा बनाएँ।
थाली और कटोरी – गोल आकार में थाली बनाएँ और छोटी कटोरियाँ तैयार करें।
चम्मच, गिलास, लोटा – छोटे आकार के बर्तन भी बना सकते हैं।
घर – दीवारें और छत बनाकर छोटा सा घर तैयार करें।
2. मित्रों के साथ ‘घर-घर’ खेलिए:
अब सब मित्र मिलकर परिवार की भूमिका निभाएँ –
कोई माँ बनेगी
कोई पापा बनेगा
कोई बच्चा अतिथि बनेगा
कोई पड़ोसी या दोस्त बनेगा
सबके घर :
रेखा खींचकर पशु-पक्षियों को उनके घर तक पहुँचाइए:
उल्लू , पंक्षी ,खरगोश, गाय ,गिलहरी
उत्तर:
उल्लू , पंक्षी ,खरगोश, गाय ,गिलहरी के घर निम्नलिखित है :
उल्लू - पेड़ की डाली
पंक्षी -घोंसला
खरगोश -जमीन में बिल
गाय - बरामदा /झोपड़ी
गिलहरी - पेड़ की खोखली
मछली -जल /तालाब
चित्रकारी और लेखन:
आपको अपने घर में क्या -क्या अच्छा लगता है और क्यों? चित्रों की सहायता से बताइए। इन शब्दों में से आप अपने चित्र के लिए कुछ शब्द चुन सकते हैं— रसोई, कमरा, बरामदा, आगँन, छज्जा , छत, माँ, पिता, दादी, दादा, कहानी, खीर, दूध आदि ।
उत्तर ;
स्वं करे
सोचिए और बताइए
आप घर में कौन-कौन से काम करते हैं? सही का चिह्न लगाइए
हाथ हैं मेरे छोटे-छोटे,
काम करूँ मैं बड़े-बड़े।
साभार – एकलव्य
उत्तर :
मै अपने घर पर बहुत सारे कार्य करता हूँ -जैसे
खाना खाता हूँ।
घर का साफ़ सफाई का कार्य करता हूँ।
मंजन ब्रश करता हूँ
कंघी करता हूँ
सुनें कहानी- "रीना का दिन"
हर दिन रीना सुबह जल्दी उठती है। उठकर बिस्तर को ठीक से लगाती है। नीम की दातुन से अपने दाँत साफ़ करती है। साबुन से नहाकर रीना स्वच्छ कपड़े पहनती है।
वह अपने बाल में तेल लगाकर कंघी करती है। रीना माँ के बनाए पराठे और सब्ज़ी आनंद के साथ खाती है। रीना माँ के गले लगती है और फिर स्कूल जाती है।
स्कूल के रास्ते में रीना अपनी सहेली दीपा से मिलती है। दोनों एक-दूसरे से सुप्रभात
कहती हैं और हँसती-खेलती स्कूल जाती हैं।
स्कूल में प्रार्थना के बाद रीना अपनी कक्षा में जाती है। जैसे ही उनकी अध्यापिका कक्षा में आती हैं, सभी बच्चे खड़े हो जाते हैं और नमस्ते करते हैं। अध्यापिका भी मुस्कुराती हुई नमस्ते करती हैं।
रीना स्कूल में मन लगाकर पढ़ाई करती है।
वह अपनी सहेलियों के साथ खेलती है और थोड़ी शरारत भी करती है। घर आकर वह हाथ-मुँह धोती है। फिर वह अपनी स्कूल की सभी बातें अपने परिवार को बताती है।
रीना अपने प्यार से छोटे भाई के साथ भी खेलती है। रीना को रात को जल्दी ही नींद आ जाती है। दादी प्यार से रीना को शुभ रात्रि कहकर सुला देती हैं।
Class 1 Hindi NCERT Solutions | Reprint 2025-26
- Chapter 1 | मीना का परिवार
- Chapter 2 | आनंदमयी कविता-" दादा-दादी"
- Chapter 3 | "रीना का दिन" कहानी
- Chapter 4 | रानी भी
- Chapter 5 | मिठाई
- Chapter 6 | तीन साथी
- Chapter 7 | वह, मेरे घोड़े !
- Chapter 8 | खतरे में साँप
- Chapter 9 | आलू की सड़क
- Chapter 10 | झूलम-झूली
- Chapter 11 | भुट्टे
- Chapter 12 | फूली रोटी
- Chapter 13 | मेला
- Chapter 14 | बरखा और मेघा
- Chapter 15 | होली
- Chapter 16 | जन्मदिवस पर पेड़ लगाओ
- Chapter 17 | हवा
- Chapter 18 | कितनी प्यारी है ये दुनिया
- Chapter 19 | चाँद का बच्चा








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